२०१८ का चिकितà¥à¤¸à¤¾ और शरीर विजà¥à¤žà¤¾à¤¨ का नोबेल पà¥à¤°à¤¸à¥à¤•à¤¾à¤° दो पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾ वैजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¿à¤•à¥‹à¤‚; कà¥à¤¯à¥‹à¤Ÿà¥‹ विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯, जापान के पà¥à¤°à¥‹. तासà¥à¤•à¥‹ होंजो और à¤à¤®. डी. à¤à¤‚डरसन कैंसर संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨, टेकà¥à¤¸à¥‰à¤¸, संयà¥à¤•à¥à¤¤ राजà¥à¤¯ अमेरिका के पà¥à¤°à¥‹. जेमà¥à¤¸ à¤à¤²à¥€à¤¸à¤¨ को कैंसर के इलाज़ के लिठशरीर के पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾ तंतà¥à¤° के नियमन पà¥à¤°à¤£à¤¾à¤²à¥€ के  इसà¥à¤¤à¥‡à¤®à¤¾à¤² के लिठदिया गया है | दोनों वैजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¿à¤•à¥‹à¤‚ ने सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤° रूप से काम करते हà¥à¤ दो अलग-अलग पà¥à¤°à¥‹à¤Ÿà¥€à¤¨ के विरà¥à¤¦à¥à¤§ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾-अणॠ(à¤à¤‚टीबाडी) को बनाया जिनके इसà¥à¤¤à¥‡à¤®à¤¾à¤² ने कैंसर के इलाज़ के लिठपà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾ चिकितà¥à¤¸à¤¾ (immunotheraphy) के विकास में à¤à¤• महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ योगदान दिया है |
पà¥à¤°à¥‹. तासà¥à¤•à¥‹ होंजो और पà¥à¤°à¥‹. जेमà¥à¤¸Â à¤à¤²à¥€à¤¸à¤¨
कैंसर à¤à¤• à¤à¤¸à¥€ बीमारी है जो कोशिकाओं के विà¤à¤¾à¤œà¤¨ और उनके अंत के नियमन में बाधा आने से होती है | इसमें असामानà¥à¤¯ कोशिकाओं का अनियंतà¥à¤°à¤¿à¤¤ पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤° होने लगता है और सही समय से इलाज़ न होने की सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ में ये तेज़ी से अनà¥à¤¯ सà¥à¤µà¤¸à¥à¤¥ अंगों और ऊतकों में फैल जाने (मेटासà¥à¤Ÿà¥‡à¤Ÿà¤¿à¤¸) की कà¥à¤·à¤®à¤¤à¤¾ रखते हैं जो मृतà¥à¤¯à¥ का कारण होता है | कà¥à¤› कैंसर का इलाज़ विशेष दवाइयों, विकिरण-चिकितà¥à¤¸à¤¾ अथवा शलà¥à¤¯-चिकितà¥à¤¸à¤¾ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ किया जा सकता है परनà¥à¤¤à¥ गंà¤à¥€à¤° रूप से विकसित और तेज़ी से फैलते हà¥à¤ कैंसर का इलाज़ इनके दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ काफी कठिन या नामà¥à¤®à¤•à¤¿à¤¨ है | इसी कारण विगत कà¥à¤› वरà¥à¤·à¥‹à¤‚ में कई वैजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¿à¤•à¥‹à¤‚ ने पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾ तंतà¥à¤° को अति सकà¥à¤°à¤¿à¤¯ कर उनके दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ कैंसर कोशिकाओं को पहचान और उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ नषà¥à¤Ÿ करने के उपायों में गहन बà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾à¤¦à¥€ शोध पेश किये हैं |
हमारा पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾ तंतà¥à¤° हमे जीवाणà¥, विषाणॠइतà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¿ से होने वाले कई बिमारियों से बचाता है | à¤à¤• पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° की शà¥à¤µà¥‡à¤¤ रकà¥à¤¤ कोशिकाà¤à¤ जो टी-कोशिकाà¤à¤ कहलाती हैं, वे इस पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾ तंतà¥à¤° के मà¥à¤–à¥à¤¯ हिसà¥à¤¸à¤¾ हैं | उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ टी-कोशिका इसलिठकहा जाता है कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वे बालà¥à¤¯à¤—à¥à¤°à¤‚थि (थाइमॉस) में थाइमोसाइटà¥à¤¸ से परिपकà¥à¤µ होते हैं | पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾ तंतà¥à¤° की सबसे बड़ी विशेषता यह है वह सà¥à¤µ- और पर-कोशिकाओं में आसानी से à¤à¥‡à¤¦ कर सकती हैं और इसके लिठटी-कोशिकाओं के सतह पर विशेष पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° के पà¥à¤°à¥‹à¤Ÿà¥€à¤¨ होते हैं | कोशिकाओं के अंदर कà¥à¤› à¤à¤¸à¥‡ नियंतà¥à¤°à¤• पà¥à¤°à¥‹à¤Ÿà¥€à¤¨ होते हैं जो टी-कोशिकाओं की पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾ कारà¥à¤¯ में तेज़ी लाते हैं और कà¥à¤› à¤à¤¸à¥‡ à¤à¥€ पà¥à¤°à¥‹à¤Ÿà¥€à¤¨ होते हैं जो इस पर रोधक का काम करते हैं|  पà¥à¤°à¥‹. à¤à¤²à¥€à¤¸à¤¨ और पà¥à¤°à¥‹. होंजो ने à¤à¤¸à¥‡ दो विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ रोधक पà¥à¤°à¥‹à¤Ÿà¥€à¤¨ पर शोध किया और उनके विरà¥à¤¦à¥à¤§ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾-अणॠ(à¤à¤‚टीबाडी) बनाकर उनके रोधक पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ को काम करने का पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ किया जिससे टी-कोशिकाà¤à¤ कैंसर/टà¥à¤¯à¥‚मर-कोशिकाओं को आसानी से नषà¥à¤Ÿ कर सकें |
पी.डी. १ की खोज और उसका कैंसर चिकितà¥à¤¸à¤¾ में पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤—
कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤®à¤¬à¤¦à¥à¤§ कोशिका मृतà¥à¤¯à¥ पà¥à¤°à¥‹à¤Ÿà¥€à¤¨ १ (Programmed Cell Death Protein 1) पी.डी. १ (P.D 1)  या सी. डी. २à¥à¥¯ (विशिषà¥à¤Ÿà¥€à¤•à¤°à¤£ के गà¥à¤šà¥à¤›à¥‡ पà¥à¤°à¥‹à¤Ÿà¥€à¤¨) गà¥à¤£à¤¸à¥‚तà¥à¤°-२ में सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ जीन से उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ २८८ à¤à¤®à¤¿à¤¨à¥‹ à¤à¤¸à¤¿à¤¡ वाला पà¥à¤°à¥‹à¤Ÿà¥€à¤¨ है जो टी- और बी. कोशिकाओं  की सतह-à¤à¤¿à¤²à¥à¤²à¥€ पर पाया जाता है | वरà¥à¤· १९९२ में पà¥à¤°à¥‹. होंजो ने पी.डी. १ पà¥à¤°à¥‹à¤Ÿà¥€à¤¨ की खोज की और उसके टी-कोशिका के पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾ विरà¥à¤¦à¥à¤§ कारà¥à¤¯ पर गहन शोध किया | उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने यह पाया कि अगर पी.डी. १ पर अवरोध लगा दिया जाठतब टी-कोशिकाà¤à¤ कैंसर कोशिकाओं को पहचाने और नषà¥à¤Ÿ करने में सकà¥à¤·à¤®  हो जाती हैं | इसके लिठउनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने पी.डी. १ के विरà¥à¤¦à¥à¤§ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾-अणॠ(à¤à¤‚टीबाडी) को बनाया और उसका सफलतापूरà¥à¤µà¤• पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— कैंसर मरीजों की चिकितà¥à¤¸à¤¾ में किया | इस नयी विधि से ना सिरà¥à¤« फेफड़ों के कैंसर, गà¥à¤°à¥à¤¦à¥‡ सहित कई पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° के कैंसर, लिमà¥à¤«à¥‹à¤®à¤¾ और मेलेनोमा में मरीजों पर जादू जैसे परिणाम दिखे बलà¥à¤•à¤¿ अब तक लाइलाज समà¤à¥‡ जाने वाले फैलने वाले कैंसर (मेटासà¥à¤Ÿà¥‡à¤Ÿà¤¿à¤¸} के इलाज़ में à¤à¥€ सकारातà¥à¤®à¤• पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ दिखे | २०१४ में à¤à¤«.डी.à¤. ने पी.डी. १ के विरà¥à¤¦à¥à¤§  पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾-अणॠपेमà¥à¤¬à¥à¤°à¥‹à¤²à¤¿à¥›à¤®à¥‡à¤¬ (वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤¾à¤°à¤¿à¤• नाम: कीतà¥à¤°à¥à¤¡à¤¾) को मेलेनोमा कैंसर के अंतिम चरण के मरीजों के इलाज़ के लिठअनà¥à¤®à¤¤à¤¿ पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ की| यह पहली बार था जब à¤à¤«.डी.à¤. ने ऊतक पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° या टà¥à¤¯à¥‚मर सà¥à¤¥à¤² के बजाय टà¥à¤¯à¥‚मर आनà¥à¤µà¤‚शिकी के आधार पर कैंसर की दवा को मंजूरी दी।
पी.डी. १ के कोशिका बाहà¥à¤¯ अंश की तà¥à¤°à¤¿à¤†à¤¯à¤¾à¤®à¥€ आणविक संरचना पेमà¥à¤¬à¥à¤°à¥‹à¤²à¤¿à¥›à¤®à¥‡à¤¬ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾-अणॠ(à¤à¤‚टीबाडी) के साथ
सी.टी.à¤à¤².à¤.-४  का कैंसर चिकितà¥à¤¸à¤¾ में पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤—
कोशिकाविषी टी-लिमà¥à¤«à¥‹à¤¸à¤¾à¤‡à¤Ÿ-संबंधित पà¥à¤°à¥‹à¤Ÿà¥€à¤¨-४ (cytotoxic T-lymphocyte-associated protein 4 सी.टी.à¤à¤².à¤.-४ CTLA-4 )  या सी. डी. १५२ (विशिषà¥à¤Ÿà¥€à¤•à¤°à¤£ के गà¥à¤šà¥à¤›à¥‡ पà¥à¤°à¥‹à¤Ÿà¥€à¤¨) गà¥à¤£à¤¸à¥‚तà¥à¤°-२ में सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ जीन से उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ १३० à¤à¤®à¤¿à¤¨à¥‹ à¤à¤¸à¤¿à¤¡ वाला दà¥à¤µà¤¿à¤¤à¤¯ पà¥à¤°à¥‹à¤Ÿà¥€à¤¨ हैं |  सी.टी.à¤à¤².à¤.-४ पà¥à¤°à¥‹à¤Ÿà¥€à¤¨ की खोज १९८ॠमें पà¥à¤°à¥‹. पियरे गॉलà¥à¤¸à¥à¤Ÿà¥€à¤¨ ने की थी और बाद में पà¥à¤°à¥‹.टक वह मक à¤à¤µà¤‚ पà¥à¤°à¥‹. à¤à¤°à¤¿à¤¯à¤¨ शारà¥à¤ª ने अपने सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤° शोध में बताया कि सी.टी.à¤à¤².à¤.-४ पà¥à¤°à¥‹à¤Ÿà¥€à¤¨ टी-कोशिका के सकà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤£ के विरà¥à¤¦à¥à¤§ नकारातà¥à¤®à¤• नियामक के रूप में कारà¥à¤¯ करता है |  पà¥à¤°à¥‹. à¤à¤²à¥€à¤¸à¤¨ ने सी.टी.à¤à¤².à¤.-४ के विरà¥à¤¦à¥à¤§ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾-अणॠ(à¤à¤‚टीबाडी) को बनाया और ये पाया कि सी.टी.à¤à¤².à¤.-४ के कारà¥à¤¯ को रोकने से टी-कोशिका का अवरोध विघटित हो जाता है और पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾ पà¥à¤°à¤£à¤¾à¤²à¥€ कैंसर की कोशिकाओं पर हमला कर नषà¥à¤Ÿ करने में सकà¥à¤·à¤® हो जाती है | इस तरह पà¥à¤°à¥‹. à¤à¤²à¥€à¤¸à¤¨ ने कैंसर के इलाज़ के लिठनियमक को लकà¥à¤·à¥à¤¯ करने वाली पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾ चिकितà¥à¤¸à¤¾ (चेकपॉइंट चिकितà¥à¤¸à¤¾) का पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— कर तà¥à¤µà¤šà¤¾ के फैलने वाले (मेटासà¥à¤Ÿà¥‡à¤Ÿà¤¿à¤¸} कैंसर के इलाज़ में सफ़लता पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ की | २०११ में à¤à¤«.डी.à¤. ने सी.टी.à¤à¤².à¤.-४ के विरà¥à¤¦à¥à¤§  पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾-अणॠइपिलिमà¥à¤®à¥‡à¤¬Â (वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤¾à¤°à¤¿à¤• नाम: येरवोय) को मेलेनोमा कैंसर के अंतिम चरण के मरीजों के इलाज़ के लिठअनà¥à¤®à¤¤à¤¿ पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ की |
सी.टी.à¤à¤².à¤.-४ के कोशिका बाहà¥à¤¯ अंश की तà¥à¤°à¤¿à¤†à¤¯à¤¾à¤®à¥€ आणविक संरचना इपिलिमà¥à¤®à¥‡à¤¬ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾-अणॠ(à¤à¤‚टीबाडी) के साथ
à¤à¤«.डी.à¤.ने अब तक नौ पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° के कैंसर के इलाज के लिठचार अनà¥à¤¯ पी.डी. -1 अवरोधक पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾-अणॠ(à¤à¤‚टीबाडी) को मंजूरी दे दी है। नठचिकितà¥à¤¸à¤¾ अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨ से संकेत मिलता है कि संयोजन चिकितà¥à¤¸à¤¾, जिसमे सी.टी.à¤à¤².à¤.-४ और पी.डी. १ दोनों के पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾-अणॠ(à¤à¤‚टीबाडी) का à¤à¤• साथ पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— किया जाठतो इलाज़ और à¤à¥€ अधिक पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¤¶à¤¾à¤²à¥€ हो जाता है | वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ में अनेकों चिकितà¥à¤¸à¤¾ अनà¥à¤¸à¤¨à¥à¤§à¤¾à¤¨ नियमक को लकà¥à¤·à¥à¤¯ करने वाली पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾ चिकितà¥à¤¸à¤¾ (चेकपॉइंट चिकितà¥à¤¸à¤¾) पर चल रहे हैं जिसकी नींव पà¥à¤°à¥‹. होंजो और पà¥à¤°à¥‹. à¤à¤²à¥€à¤¸à¤¨ ने रखी| à¤à¤¸à¥€ आशा की जाती है कि ये चिकितà¥à¤¸à¤¾ पदà¥à¤µà¤¤à¤¿ à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯ में और à¤à¥€ अधिक कारगर सिदà¥à¤§ होगी |
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